अब नहीं फुर्सत कोई वो धडकनों मे हो गयी


 

अब नहीं फुर्सत कोई वो धडकनों मे हो गयी
दिन अठखेलिया हुई रात बहो मे सो गयी
प्यार पे टूटा मेरे जज़्बात सारे ले गया
छोड़ के दुनिया चली वो आँसुओ भिगो गयी

:
शशिप्रकाश सैनी

Comments

  1. वाह....
    बहुत सुन्दर शशि जी.

    अनु
    वर्ड वेरिफिकेशन हटा दीजिए...कमेन्ट करने में आसानी होगी पाठकों को.

    ReplyDelete

Post a Comment

Popular posts from this blog

इंसान रहने दो, वोटो में न गिनो

रानी घमंडी