है मुझे भी खेलना






मै भी खेलू मै भी खेलू 
मुझे भी बुलाओ जरा
है मुझे भी खेलना 
हां बाल मेरे झड रहे 
पर मै दिल से बच्चा बड़ा 

दोस्त मेरे लोकल बेस्ट 
भीड़ में फसे है
फाइलों में धसे है 
खेल न खेलेंगे हम 
की है नहीं अब बचपना 
ये जवानी ले गयी 
मेरे बाल मेरा बचपना 

ये जवानी ले गयी
मेरे बाल मेरा बचपना 
फूटबाल पे न टूटना 
फाउल पे न रूठना
कीचड़ का सब खेलना 
बरसात में जो  था भीगना 
ये जवानी ले गयी
मेरे दोस्त  मेरा बचपना 

ये जवानी दे गयी 
गाल का अब पचकना 
हां ले गयी हां ले गयी
मेरे दोस्त मेरा बचपना 

: शशिप्रकाश  सैनी 

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