खोने के लिए

खोने के लिए उसको पाना ज़रुरी था
दिल से उसका हो जाना ज़रुरी था
जिसे पाया ही नहीं उसे खोऊ कैसे
आँखों बहे आसू क्यों
और मै रोऊ कैसे

:शशिप्रकाश सैनी

Comments

  1. that is a nice one, really liked it

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  2. बेहद सुन्दर रचना
    कम शब्दों में सटीक संवदेना

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