सीने पर ज़ख्म हैं और वार कई हैं

सीने पर ज़ख्म हैं और वार कई हैं
मगर उसके हाथो में कोई हथियार नहीं हैं
ज़ुल्म ये किया उसने
जो कह दिया उसने
यार हैं पर तू प्यार नहीं हैं
तब से उसका दीदार नहीं हैं
मोहब्बत चीज़ क्या
अब खुदा पे भी ऐतबार नहीं हैं

: शशिप्रकाश सैनी

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