शोक No More
क्यों घर में रहे बैठे
होते रहे Bore
Surf लाया
है Matic
Soak No More
गेंद
चली Football लगी
और
लगे थे धब्बे
कीचड़
में होकर आया था
दाग
लगे थे नब्बे
मुन्ना
खेल कूद के आए
धब्बे
लाए जी हरदम
मम्मी
का है निकले दम
ट्रेनों
में मैली मटमैली
और
दफ्तर में दाग लगे
कमीज़
पति की दुर्गति
पत्नी
मन में आग लगे
घंटो
की अब गुथ्म गुथा
चिंता
में डूबी देखो ये
और
कुछ भी ना कह पाए
धब्बा
धब्बा लड़ती जाए
इतना
देखो शोक करे
काहे
क्यों जी Soak करे
जब
सुविधा है साधन है
क्यों
बैठे बन कर Fool रहे
ना
शोक यहाँ ना Soak कही
ये
Vibrating
Molecule कहे
चुन
चुन के मै मारूंगा
धब्बा
हर निकालूँगा
घंटो
का काम मिनट होगा
शोक
नहीं होने दूँगा
हँसना
सबका हक होगा
ये
Vibrating
Molecule कहे
क्यों घर में रहे बैठे
होते रहे Bore
Surf लाया
है Matic
Soak No More
दाग
धब्बे करे बेहाल
हर
घर का एक ही हाल
पहले
घंटो घुले
फिर
जाके ये धुले
मुसीबतें
सारी मिटाने
दुनिया
का वक्त बचाने
आ
गया है Matic Man
Soaking करने
Ban
आ
गया है Matic Man
दाग
मिटाए मूल से
ये
Vibrating
Molecule से
:
शशिप्रकाश सैनी
very creative ........good one ...all the best
ReplyDeleteThat was wonderful...could visualize the ads. All the best, Shashi.
ReplyDeleteMmm! Jab duniya sochti phirti hai ki 'soak no more' ka kya karen, Shashi ne jawab de diya :)
ReplyDeleteधन्यवाद सुरेश जी
DeleteVaaah Vaah, kya kehne! :)
ReplyDeleteधन्यवाद आकांक्षा जी
DeleteAre jiyo :)
ReplyDeleteThnx dost
DeleteThat was damn creative post.. Loved it so much.. The last paragraph is just too good.. :)
ReplyDeleteSomeone is Special
Thnx SIS
DeleteThis one is very cute. All the best :)
ReplyDeleteThnx Ghazala ji
DeleteCool one, man. Your poetry is unique in having English words in Hindi poetry like day today usage.
ReplyDeleteThnx TF
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