कहानी Surf की


इसके रहते दागो को
न मिला आराम
न करे सस्ता काम
जहाँ लगे वो पूरा किलो
Surf बस आधा किलो
दागो की बंद करे दुकानदारी ये 
इसलिए  
Surf की खरीदारी में ही समझदारी है



घंटो की रगडन में रगड़े
दाग लगे थे तगड़े तगड़े
डारने लगे दाग
अच्छे अच्छे गए भाग
दागो को बनाने अपना निवाला
Surf लाया है powder
ब्लू ब्लीच नीबू की शक्ति वाला
चाहे तो पूछ लीजिए अपनी नानी से
Surf excel दाग निकाले आसानी से



नहीं जाएगा नहीं जाएगा
दाग जाएगा रंग नहीं जाएगा
लाल रहेगा लाल
पीला पीला रहेगा
दागो का है ये दुश्मन
रंगों का नहीं है
कपड़ो को करे बेरंग नहीं
दाग निकाले रंग नहीं
धब्बों का नहीं छोड़ता Clue
Red  के लिए Blue




                                 
जो रोज है कमाता
घर आधा किलो ना लाता
उसे भी धब्बे हटाने थे                         
उसको भी पहने थे कपड़ें धुले
चिंता में न घुले
Surf  का ये Magic
sachet में भी मिले
चल घर चल कपडे धुले






दागो से डर के नहीं जीना है
जीने को साल महीना है
बारिश में भीगेंगे
कीचड़ में खेलेंगे
मुश्किलें चाहे हो जैसी
सीने पे सीने पे
सीने पे ले लेंगे
कीचड़ से डरना ना
न धूल से भागूँगा
कमरों में कैद नहीं होंगें अब
खेल जवानी के सब खेलेंगे
सीने पे दाग सब ले लेंगे

बच्चों में बच्चा बन बच्चे है
मन अच्छा तो हम भी अच्छे है
Surf  कहता है दाग अच्छे है



जब कपडो पे Surf  लगाओगे
ढूंढने से भी ना पाओगे
दाग ढूंढते रह जाओगे
काहे पड़े घंटो की खिटपिट में
ये दाग निकाले मिनट में


हाथ हट गए है
जगह मशीनों ने ले ली
Bucket की महबूबा से
Machine  कैसे पटेगी
इस के लिए तो
Surf Excel Matic लगेगी
तब जाके बात बनेगी
Common sense यहाँ लगाइए
Machine  के लिए Matic लाइए





ये पानी भी बचाए
बचाए रंग भी
दागो से करे जंग भी
बच्चे खेले कूदे बच्चे लगे
Surf हाथों में हो
तो दाग भी अच्छे लगे

सालो से वफादार रहा
दागो पे असरदार रहा
घरों में मशीन आई
तो बदला मशीन के लिए
भिड़ता रहा धब्बों से
हमारे बेहतर दिन के लिए



अब जब समय कीमती है
ये आया है समय बचाने
कपडो में महीने साल ना बिताइए
अपनों में रहिए हँसे मुस्कुराईए
ठंडी हवा ले
चाँद की चाँदनी
सूरज की रोशनी देखे
दाग काम है Surf  का
Surf  को  दीजिए
अब ना Soaking कीजिए
हर लम्हा जीजिए


: शशिप्रकाश सैनी

Comments

  1. That was a wonderful poem, Satish. This must have made HL very very happy:))
    All the best..
    Sorry, I stepped in very late :(

    ReplyDelete
    Replies
    1. धन्यवाद पांचाली जी
      वैसे मेरा नाम सतीश नहीं शशि है

      Delete
  2. apart from a good rhyme i found it entertaining..nyc one shashi, keep it up...all d bst :)

    ReplyDelete

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