मै और मेरी बेरोजगारी


मै और मेरी बेरोजगारी 
अक्सर ये बाते करती हैं 
तुम होती तो ऐसा होता 
तो होती तो वैसा होता 
जेब मेरी भी पैसा होता

हम भी डालते Status
1st Salary का
दोस्तों को Treat दी होती 
जिंदगी कुछ यूँ होती
हमने भी उड़ान भरी होती 

मै और मेरी बेरोजगारी 
अक्सर ये बाते करती हैं 
अगर हाथ मेरे नौकरी होती
हम भी डरते Monday से 
Sunday से होते खुश

पाया मैंने क्या खोया हैं क्या क्या 
एक किताब और शब्दों से
न भरता पेट यहाँ 
मै और मेरी बेरोजगारी 
अक्सर ये बाते करती हैं


: शशिप्रकाश सैनी


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Comments

  1. बहुत ही सुंदर सार्थक प्रस्तुती, आभार।

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  2. bahut hi sundar aur yatharth se paripurna rachna. apne sahaj aur saral shabdon me berozgari par jo kataaksh kiya hai wo kaabiletaarif hai sir...

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