Got Reviewed By The Fool
आज दिन कुछ खास रहा
सुबह अस्सी की जी
तन को भोर की हवाए मिली
गंगा सासों से हो मन समाने लगी
सूरज निकला ले के रौशनी
चंद शब्द एक कविता हो गयी
हमने लिखी काशी जरा सी
दश्वाश्मेध पे शाम हुई
पूरी देखी गंगा आरती
जब थक हम आए बी एच यू वापस
देखा की The Fool ने ब्लॉग का किया Review
आज दिल की गहराईयों से खुश हू
महीनो इंतज़ार बाद मिला Review
A fully deserved effusive review, Shashi! Your blog deserved every bit of the praise that TF showered on it.
ReplyDeleteधन्यवाद सुरेश जी
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