तुम जीवन की महर्षि
तुम जीवन की महर्षि
तुम यौवन की उर्वशी
तुम रास्ता हो जीने का
सावन की तुम हो मेनिका
तुम जीवन की आभा
सौन्द्रय में रम्भा
रंग होली के गुलाल सा
जीवन की तुम मेरी लालसा
तेरे लिए ही लड़ते हम जीवन से रण
तुम मेरी ज़िन्दगी का कारण
तुम अरमानो का प्रतिबिम्ब
तुम सवप्नो का कुटुम्ब
तुम जीवन का महाकुम्भ
: शशिप्रकाश सैनी
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