मेरी तस्वीरे सोना हो जाएँगी


कोई सामने से चिल्लाया
कोई पीठ के पीछे
भीड़ में कूदे है ये
कोई काम नहीं इसे
बस ये तस्वीरे खीचें

तिरस्कार से धुत्कार से
नासमझों ने क्या क्या नहीं बुलाया
हमें उस पार से  
पहले थोड़ा झुलाए
फिर हँसे
हम तस्वीरे खीचते रहे
नासमझो की नासमझी में नहीं फसे

ये फोटोग्राफर बड़ा खूंखार रहा
कैमरा इसका हथियार रहा
जो भी इसके दायरे में आए
कोई न बच पाए
गिनती दस से बीस हज़ार हो गई
हरकते इसकी और खूंखार हो गई

लोग पूछे कितना ये मुस्तैद हुआ
भाई जी देखिए एल्बम खोल के
हर चेहरा कैद हुआ

आज याद ताज़ा है तो याद रहेंगी
कल समय की धूल पड़ेगी
धुंधली होगी फिर खो जाएगी
तब मेरी तस्वीरे ही काम आएगी

आज मेरी तस्वीरे बस तस्वीरे हैं
कल सोना हो जाएँगी
कभी हंसाएगी कभी रुलाएंगी
मेरी तस्वीरे सोना हो जाएँगी

आज चाहिए तो ले लो
कमरा नंबर बीस में
पेन ड्राइव लिए
कल जब मेरी तस्वीरे
सोना हो जाएँगी
ये सोनार अपनी तस्वीरे नहीं देगा
ढूंढने से भी नहीं मिलेगा


: शशिप्रकाश सैनी 

Comments

  1. Oh behatareen! Photographer ko kya kuchh sehna padta hai, ye to mai bhali bhaanti samajhta hun :D
    jahan saari dunia chill kar rahi hoti hai, wahan aap gale me ded kilo ka camera taange ghoom rahe hote hain. Aur fir ghar pahuchte hi aap ko photo uploads ke hukm aane shuru ho jaate hain.

    Magar photographer yaadon ko shakl dete hain, shayad yahi ek baat unhe har pal utsaahit karti hai :)

    padh kar achha laga :)

    ReplyDelete
    Replies
    1. धन्यवाद GvSparx जी
      आप लोगो का प्यार मिलता रहे यही कामना है
      इसी प्यार के बल पे मैंने हिम्मत की अपनी किताब छपवाने की

      Delete

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