अँधेरा बंधन हैं



अँधेरा बंधन हैं, बेडियां हैं
आदत पड़ गई जिन्हें अंधेरो की 
वो अब भी हैं समझते 
अँधेरा क्या हैं, बस एक ख़याल हैं 


इस पल से उस पल में
कितना अंतराल हैं 
अँधेरा क्या हैं, एक सवाल हैं 


: शशिप्रकाश सैनी


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