बलतोड़ हुआ है
रात भर
आँख झपकी नहीं
नींद आई नहीं
दर्द बहुत जोर
हुआ है
की मुझे बलतोड़
हुआ है
कराहा मै नहीं की
लोग कहेंगे
ये कमजोर हुआ है
दर्द सहता रहा
लंगड़ाता रहा
की मुझे बलतोड़
हुआ है
अब पेन किलर खा
के
मै चलता हू क्लास
को
अटेंडेंस जरुरी
है
डिग्री की आश को
दर्द दबाओ
की प्रतिशत बढ़ाना
है
अब की सत्तर पार
जाना है
सब जाते क्लास को
की क्लास करेंगे
हॉस्टल में बड़ा
ये शोर हुआ है
जब करनी है क्लास
तो ये बलतोड़ हुआ
है
पैकेज है लुड़का
उल्लू बने बड़का
इस पे भी कोई
मिली सीख नहीं है
नौकरी की चाल ढाल
ठीक नहीं है
बम्बई के भटके
मैसूर से हटके
बनारस में लटके
लूली है देती है
झटके
खोलने में मुश्किल ये डोर हुआ है
की प्लेसमेंट को
अब की बलतोड़ हुआ
है
: शशिप्रकाश सैनी
nice take
ReplyDeletegood words
ReplyDeletehaha good one :))
ReplyDeleteAwesome lines..:-)
ReplyDelete