अंदाज़ हैं ऐसा दिलवाला बच के किधर जाएगा


अंदाज़ हैं ऐसा दिलवाला बच के किधर जाएगा
घड़िया धीमे हो गयी लगता हैं समय ठहर जाएगा


अगर तेरी तस्वीर कोई ले गया मैखाने में कभी
नशा बोतलों में भरा हैं जो सारा उतर जाएगा


नज़रो में हैं जादू भरा या हो कोई अप्सरा
देखने वालो पे तिलिष्म असर कर जाएगा


ये जलजला हैं कोई जैसे हुस्न-ए-अदा का
मजबूत दिल बचेंगे कमज़ोर दिल बिखर जाएगा


तस्वीर खीचने वाला खुशकिस्मत हैं बड़ा "सैनी"
होती हैं जलन तस्वीरे बटोर के सारी घर जाएगा


: शशिप्रकाश सैनी


© 2011 shashiprakash saini,. all rights reserved


Protected by Copyscape Web Plagiarism Detection


Comments

Popular posts from this blog

इंसान रहने दो, वोटो में न गिनो

रानी घमंडी

मै फिर आऊंगा