जिंदगी समझो

तेरा हुस्न हैं खुदाई जैसा
तो हुमको बंदगी समझो
तेरी मुस्कान जो दिखे
बस उसी को जिंदगी समझो
जब भूल जाए हालत तुम्हे देख कर
उसी को बेखुदी समझो
कब जुडेगा मेरा नाम तेरे नाम के साथ
बस उसी को आरजू समझो
जब नहीं दिखती तेरी सूरत
उसी को जुस्तजू समझो

: शशिप्रकाश सैनी

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