पैसा जब से बाप हुआ है (The Banaras Series)



कौन नज़र से कौन तके
किस मन में क्या जानू मै
सारा जग ही नया नया
किस किस को पहचानू मै
किस कंधे पे जाना
किसको रखना दूर मुझे
सारा चक्कर बड़ा भयंकर
कुछ भी ना मालूम मुझे

आँसू आए मै चिल्लाऊँ
कर माँ से ना दूर मुझे
टाफी बिस्किट जब दिख जाए
पापा मुझकों पकड़ के रख
मम्मी थोड़ा जकड़ के रख
बड़े बडो का डोले मन
मेरा भी तो जी ललचाएं
मै बालक मै नादान

सिक्को की जो खनक में डोले
पैसा बोले वैसा बोले
बिकने में अब शर्म नहीं है
पैसा जब से बाप हुआ है
मन में इनके पाप हुआ है
माँ की गोदी नहीं सुहाती
छोड़ माँ का हाथ चले
लालच इनका बड़ा भयंकर
टुकड़े टुकड़े कर दे ये
मन में इनके पाप हुआ है
पैसा जब से बाप हुआ है


: शशिप्रकाश सैनी 

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Comments

  1. Replies
    1. धन्यवाद मिनाक्षी जी

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  2. behatareen message, shashi !! How true!---greed, money can not bring happiness!!
    Lovely...

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  3. Bahut hi umdaa shashi ji !!!
    ek ek bhaav ko aapne achi tarah vyakt kiya hai !!!

    bahut hi badhiya !!!

    Happy Blogging !!!

    ReplyDelete

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