कौन मनाता है त्यौहार तनहाई में


न अनार न फुलझड़ी
न त्यौहार कुछ है
न लड्डू न बर्फी
न कपडों का उपहार कुछ है
चंद नोटों से जुट जाता है सब कुछ
दिये घी के
रंगीन बत्तियो से पूरी दीवार सजा दू
कपडे ले आऊ नये
शोर गुल के हो जाऊ हवाले
दिखावे के लिए मै भी त्यौहार मना लू


दिवाली पटाके नहीं मिठाई नहीं
न कपडों से न दियो से
क्या कोई त्यौहार परिवार बिन है
अपनों से मिलने की खुशी है
पिता माँ बहन भाई में
सारे त्यौहार इन्ही में
कौन मनाता है त्यौहार तनहाई में
मेरी भी जेब में पैसे है
ए टी एम् है पिन है
पर कोई त्यौहार
क्या त्यौहार परिवार बिन है


: शशिप्रकाश सैनी 

Comments

  1. How aptly you said all above...
    apno ke bina sab kuch adhura hai...

    Best wishes to you..
    Happy Diwali!

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    1. धन्यवाद
      आपको भी दिवाली की हार्दिक शुभकामनाएँ

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  2. Replies
    1. आपको भी दिवाली की हार्दिक शुभकामनाएँ

      Delete

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