रूह मेरी तेरी रूह की दीवानी हैं


जिस्म के साथ जीना हैं मुश्किल
पर रूह के साथ ये ही आसानी हैं
की दुनिया की हर मनमानी बेमानी हैं
रूह मेरी तेरी रूह की दीवानी हैं
आगाज़ हैं तू 
तू ही अंजाम
सासों तक में तेरा नाम
धडकनों में प्यार का पैगाम
तेरी बाहों में आए ज़िंदगी की शाम
एक दिन मिट जाएगी
इतनी कमजोर जवानी हैं
रूह मेरी तेरी रूह की दीवानी हैं


: शशिप्रकाश सैनी


Comments

  1. रूह मेरी तेरी रूह की दीवानी है....
    touchy,romantic title...love this........

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